अम्बाला के दो स्थानों पर नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित- नशा न करने की ली शपथ
अम्बाला। हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख एवं पुलिस महानिरीक्षक श्री अमिताभ सिंह ढिल्लों आईपीएस साहब के दिशानिर्देशों एवं मार्गदर्शन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर और राजकीय वरिष्ठ विद्यालय गरनाला में एक दिवसीय क्रमश: 52वां एवं 53वां नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्यालय की प्राचार्या नीरू गुप्ता और नीलम पघानी के नेतृत्व में दोनों स्थानों पर अलग अलग कार्यक्रम आयोजन की व्यवस्था की गयी। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा दोनों स्थानों पर पहुंचे। नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देकर विद्यार्थियों को बताया कि नशा मनुष्य के जीवन में नाश की प्रथम सीढ़ी है। राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के आंकड़े यह दर्शाते हैं कि भारत में 90 प्रतिशत अपराधों का कारण केवल और केवल नशा है। सड़क दुर्घटनाओं के कारण में नशा भी एक बहुत बड़ा कारण है। नशा मनुष्य के स्वयं के जीवन को तो क्षति पहुंचता ही है साथ ही परिवार और अन्य सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों को भी इसका परिणाम भुगतता है। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों, प्रसंगों और गीत आदि के माध्यम से भी नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सामान्य रूप में नशे दो प्रकार के होते हैं।
एक तो वे नशे जिन पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है जैसे बीड़ी, सिगरेट, हुक्का,शराब, गुटखा, कूल लीप आदि। दूसरी और प्रतिबंधित नशे होते हैं जो मनुष्य के लिए बहुत अधिक घातक हैं। प्रतिबंधित नशों में ड्रग्स का वर्णन करते हुए बताया कि इसमें अफीम, चरस, हेरोइन, भांग, स्मैक, चिट्टा, कोकीन, ब्राउन शुगर, नशीली गोलियां और टीके आदि ऐसे नशे हैं जो मनुष्य को भीतर से ऐसे खोखला करते हैं जैसे लकड़ी को घुन्न और लोहे को जंग करता है। थोड़े ही समय में यह नशा मनुष्य के सबसे महत्वपूर्ण अंग मस्तिष्क को निष्क्रिय करके उसे मृत्यु तक लेकर जाता है। उन्होंने कहा कि यदि नशा मनुष्य के लिए अच्छा होता तो सबसे पहले माता पिता अपनी संतान को नशा परोसते। नशे के समाज और राष्ट्र पर कुप्रभावों के बारे विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए कहा कि युवा ही देश की सबसे बड़ी पूजी है और इन्हे आज नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 9050891508 का भी वर्णन किया। उन्होंने बताया कि इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति प्रतिबंधित अर्थात ड्रग्स बेचने की गुप्त सूचनाएं दे सकता है तो दूसरी और नशा छोड़ने वाले भी इस पर सम्पर्क कर लाभ उठा सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक स्वर में जीवन में नशा न करने की शपथ ग्रहण की।