अम्बाला छावनी:-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे खिलाड़ी। आज सरकार पर तीखा हमला करते हुए चित्रा ने कहा की आज मात्र सुनवाई और न्याय के लिए देश के विख्यात पदक विजेता खिलाड़ी जंतर मंतर की सड़क पर सोने को मजबूर है।इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी की नेत्री चित्रा सरवारा ने खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए कहा कि अगर सरकार के द्वारा बीजेपी सांसद ब्रजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई नहीं की गई तो आम आदमी पार्टी खिलाड़ियों के समर्थन में हर तरह की लड़ाई लड़ने को तैयार है।
उन्होंने कहा की पिछले दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री के द्वारा खेल मंत्री संदीप सिंह के बचाव में दिए बयानों से साफ़ ज़ाहिर होता है कि सरकार के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा केवल काग़ज़ी है। उन्होंने कहा की सरकार को हरियाणा की बेटी की शिकायत पर उचित कार्यवाही करनी चाहिए यह दिखावा या ढकोसला नही होना चाहिए न्याय पाना उनका एक मौलिक अधिकार है।उन्होंने कहा जहाँ आज बड़े-बड़े दावे सरकार के मंत्रियों द्वारा किये जाते है बड़े-बड़े दरबार लगाकर एक मौखिक शिकायत पर अधिकारी तक सस्पेंड कर दिए जाते है।परंतु एक बेटी द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने के बावजूद मंत्री अपने पद पर बना रहे इससे दुर्भाग्यपूर्ण बात इस हरियाणा के लिए नही हो सकती।उन्होंने कहा कि तुरंत प्रभाव से कुश्ती संघ बर्खास्त किया जाए और मामले की उच्चस्तरीय जांच भी कराई जाए।
चित्रा ने कहा की पहले हरियाणा के महिला एथलेटिक्स कोच और अब कुश्ती के अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों द्वारा भाजपा सांसद पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के मामले से ये साफ़ होता है की आज के समय में भाजपा के मंत्रियों व सांसदों से ही बेटी बचाओ अभियान ज़रूरी है ।
इस दौरान चित्रा ने कहा की सरकार के द्वारा मंत्री व सांसद पर कार्रवाई करते हुए उनके हक में उतरकर खिलाड़ियों के सम्मान में फैसला लेना चाहिए।चित्रा ने कहा की सरकार से न्याय ना मिलने पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को माननीय सुप्रीम कोर्ट की शरण लेनी पड़ी ऐसा लगता है की उनका सरकार से विश्वास उठ गया है तभी खिलाड़ियों को कोर्ट का रास्ता अपनाना पडा।क्योंकि सरकार में बैठे मंत्री व सांसदों के द्वारा खिलाड़ियों पर किए जा रहे हैं उत्पीड़न से खिलाड़ियों का मनोबल टूट रहा है अब खिलाड़ी मैदान में अभ्यास करके अपने प्रदर्शन को मज़बूत करें या फिर सरकार में बैठे छोटी सोच के मंत्री सांसदों के सिस्टम से लड़ाई लड़े।खिलाड़ियों की दूसरी मांग को भी सही बताते हुए उन्होंने कहा की खेल पॉलिसी को भी बड़ी संवेदना के साथ बनाना चाहिए किसी मंत्री को कुश्ती संघ का चैयरमैन बनाने की बजाए सरकार को किसी पूर्व खिलाड़ी को उसका चेयरमैन नियुक्त करना चाहिए ताकि वह अपना अनुभव और ज्ञान भी कुश्ती संघ के लिए लगा सके और देश प्रदेश में हरियाणा का व खिलाड़ियों का नाम भी रोशन हो।