इंसान प्रेमवत व्यवहार करे पशु के साथ- राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
राज्यपाल ने पशुधन प्रदर्शनी में की शिरकत, पशुपालकों का हौसला बढ़ाया
चंडीगढ़,12 मार्च। हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि पशुओं के साथ कदापि हिंसात्मक व्यवहार नहीं करना चाहिए। पशुओं के साथ प्रेमवत रवैया अपनाएं, उनमें भी इंसान की तरह मानवीय संवेदनाएं होती हैं। राज्यपाल आज दादरी में कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल द्वारा आयोजित 39 वीं राज्यस्तरीय पशुधन प्रदर्शनी समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। प्रदर्शनी में उन्होंने गौ माता को गुड़ खिलाकर उसका सम्मान किया और ऊंट, घोड़े, बकरी, मेंढे आदि के करतब देखे। राज्यपाल ने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया हरियाणा प्रदेश उत्तम व उन्नत किस्म का पशुधन है, जो कि इस प्रदेश की समृद्धि का बड़ा कारक बन सकता है। उन्होंने समारोह में कहा कि पशुपालकों के अथक परिश्रम की बदौलत हरियाणा का वार्षिक दुग्ध उत्पादन 116 करोड़ 29 लाख टन पर पहुंच गया है। प्रति व्यक्ति एक हजार तिरासी ग्राम दुग्ध उपलब्धता के साथ देश में पंजाब के बाद हरियाणा दूसरे स्थान पर है। राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दुग्ध उपलब्धता 427 ग्राम की है।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल किसानों और आम पशुपालकों की भलाई के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उनके नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश गाय व भैसों को मुंहखुर व गलघोटू रोगों से मुक्त बनाने के लिए संयुक्त वैकसीन का प्रयोग करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है और इसके परिणामस्वरूप पिछले तीन वर्षों में इन बीमारियों का कोई मामला सामने नहीं आया है। हरियाणा सरकार ने वर्ष 2030 तक ब्रुसेला टीकाकरण का अभियान चलाकर गाय-भैंस को बीमारियों से मुक्त करने का संकल्प लिया है। जिसके अन्तर्गत गायों व भैंसों की चार से आठ महीने की सभी पात्र बछडिय़ों व कटडिय़ों का ब्रुसेला टीकाकरण किया जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य के पशुपालकों को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना पिछले चार वर्षों से क्रियान्वित है। जिसके तहत आठ करोड़ 19 लाख पशुओं का बीमा किया गया है। राज्य के पशुपालकों को बैंकों द्वारा उनकी कार्यशील पूंजी को पूरा करने के लिए पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड (पी.के.सी.सी.) प्रदान किए जा रहे हैं। अब तक एक करोड़ तैंतालीस लाख पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बैंकों द्वारा स्वीकृत किए गए हैं और राज्य के पशुपालकों को एक हजार करोड़ से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि पशुपालन की लोकप्रियता इसी से साबित होती है कि राज्य में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अन्तर्गत पशुपालन एवं डेयरी विभाग को सबसे अधिक आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। इस योजना के अंतर्गत अब तक 22 हजार 482 पशु डेयरी यूनिट स्थापित की जा चुकी हैं। जिनमें से 10 हजार 592 लाभार्थियों को सब्सिडी के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है। पशुपालकों को उनके घर-द्वार पर पशुचिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राज्य में मोबाइल एंबुलेंस वैन की शुरुआत की जा रही है। सत्तर मोबाइल पशु चिकित्सा इकाईयों की स्थापना के लिए भारत सरकार ने हरियाणा को 11.20 करोड़ रूपए का बजट जारी कर दिया है।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने समारोह में राज्यपाल का अभिनंदन करते हुए कहा कि दुग्ध व्यवसाय को प्रोत्साहन देने के लिए हरियाणा में वीटा दूध के पांच हजार बूथ और स्थापित किए जाएंगे। दक्षिण हरियाणा में भेड़-बकरी पालन जैसा व्यवसाय भी आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति की आय को बढ़ाने में पूरी तरह सक्षम है। हरियाणा सरकार डेयरी उद्योग को बढावा देने के लिए 50 लाख रूपए तक का अनुदान दे रही है। कोई भी व्यक्ति डेयरी उद्योग के लिए लोन लेना चाहता है तो वह सीधे तौर पर उनसे मिल सकता है। जेपी दलाल ने कहा कि उसको ऋण और अनुदान दिलवाने की जिम्मेदारी उनकी रहेगी। उन्होंने कहा कि जिसके घर में मुर्राह भैंस है, वहां गरीबी कभी आ ही नहीं सकती। कृषि मंत्री ने पशुपालन की योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुले दिल से कृषि और पशुपालन उद्योग को बजट आवंटित कर रहे हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि पशुओं की नस्ल सुधार में यह राज्यस्तरीय मेला महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस मेले में जो बढिय़ा किस्म की गाय-भैंस आई हुई हैं, उनको देखकर दूसरे लोगों के मन में भी यह ख्याल आएगा कि ऐसी भैंस उसके पास भी होनी चाहिए। सरकार बहुत कम शुल्क लेकर उन्नत किस्म के शुक्राणुओं से कृत्रिम गर्भाधान का कार्य करवा रही है। पशुधन के मामले में हरियाणा राज्य दूसरी स्टेट से कहीं आगे हैं।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी. कुमार ने आज मेले में आए पशुपालकों को संबोधित करते हुए कहा कि पशुपालन ही एक ऐसा व्यवसाय है, जिससे किसानों की आयु दुगुनी की जा सकती है। इस तरह के मेलों से उत्तम पशुपालन को बढ़ावा मिलता है। सरकार पशुपालन को बढाने के लिए 25 प्रतिशत से लेकर 90 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है। उनका विभाग इस मेले में आए हुए पशुपालकों को ड्रा के द्वारा 50 लाख तक ईनाम बांट रहा है।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इस पशु प्रदर्शनी को देखने के लिए गांवों से काफी संख्या में महिलाएं दादरी आ रही हैं।
राज्यपाल ने पशुधन प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात कहा कि हरियाणा का पशुधन अद् भूत और दिल को छूने वाला है।
कृषि मंत्री जेपी दलाल, सामाजिक अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव, दादरी के विधायक सोमबीर सिंह सांगवान, भिवानी के विधायक घनश्यामदास सर्राफ, पशुपालन विभाग की सचिव एवं आयुक्त अमनीत पी कुमार, उपायुक्त प्रीति और पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत के साथ महामहिम राज्यपाल ने पशुधन प्रदर्शनी का अवलोकन किया और पशुपालकों का उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया ने जिला प्रशासन की ओर से राज्यपाल का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में एसडीएम डा. वीरेंद्र सिंह, नवीन कुमार, पशुपालन विभाग के महानिदेशक वीरेंद्र सिंह, पशुधन विकास बोर्ड के प्रबंध निदेशक डा. एल.सी. रंगा, मेला के नोडल अधिकारी डा. सुखदेव राठी, उपनिदेशक डा. जसवंत जून, भाजपा जिलाध्यक्ष सतेंद्र परमार, नगरपरिषद चेयरमैन बक्शीराम सैनी, राजबाला श्योराण एडवोकेट, मुकेश पहाड़ी, रविंद्र मंढोली इत्यादि उपस्थित रहे।