अम्बाला, 27 अप्रैल
अम्बाला कृषि एव किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ0 जसविद्र सिंह ने लगातार गिरते हुये भू-जल को सुधारने के लिए विभाग की तरफ से किसानो से डीएसआर विधि से धान की बीजाई करने की अपील की है। विभाग द्वारा काफी व्यापक योजनाए चलाई जा रही है,जिसके तहत जिला अम्बाला में 35 डीएसआर मशीनों पर अनुदान प्रदान करने के लिए ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किए गए है7 इस मशीन पर कुल मूल्य पर 50 प्रतिशत या 40 हजार रुपए जो भी कम हो, वह अनुदान राशि दी जाएगी । इस पर अनुदान के लिए किसान ट्रैक्टर की वैध आरसी के साथ, मेरी फसल-मेरा ब्योरा, आधार कार्ड,पैन कार्ड, परिवार पहचान पत्र,बैंक खाता व अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र (यदि अनुसूचित जाति से हो तो) की जरूरत पड़ेगी7 किसान विभागीय पोर्टल एग्री हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पर 30 अप्रैल तक डीएसआर मशीनों पर अनुदान हेतू अपलोड करवा सकते है ।
उन्होने बताया की किसान मशीन से धान की सीधी बीजाई करना चाहते है, उनको विभाग की तरफ से 4 हजार रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। इसके लिए किसानो को मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना होगा। विभाग द्वारा पिछले वर्ष भी एक डीएसआर मशीन पर अनुदान का लाभ दिया गया था। उन्होने बताया कि कृषि विशेषज्ञो के अनुसार अगर धान कि बिजाई परंपरागत तरीके की बजाए सीधी बीजाई पद्धति से की जाए तो 20 से 25 प्रतिशत पानी की बचत के साथ लेबर खर्च में भी बचत होगी। इस पद्धति से बिजाई करने से धान की पैदावार में कोई अंतर नहीं आता और जमीन को कददू करने की जरूरत नहीं पड़ेगी व साथ में नर्सरी उगाने का झंझट भी नहीं होगा। किसान इस विधि से 15 मई से धान की बिजाई कर सकते है धान बिजाई की इस विधि में 6 से 8 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज की जरूरत होगी। इस विधि की बिजाई करने के लिए सहायक कृषि अभियंता कार्यालय में भी दो डीएसआर मशीन उपलब्ध है, जिसके लिए किसान पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर मशीन प्राप्त कर सकते है।
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