अम्बाला, 16 मई –
उपायुक्त डा0 शालीन ने नशामुक्त भारत अभियान के तहत अपने कार्यालय में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए समीक्षा की और नशे के रोकथाम बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने एंजैडे में रखे बिंदुओ बारे विस्तार से जानकारी हासिल करते हुए सम्बन्धित विभागों द्वारा जो कार्य किए जा रहे हैं उसकी समीक्षा की। उपायुक्त ने जिन 10 गांवों में नशे की रोकथाम बारे विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से जो कार्य किए गये हैं उसकी भी जानकारी लेते हुए पुलिस विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिए कि इन क्षेत्रों में रेड करें ताकि यदि नशे से सम्बन्धित कोई गतिविधि है उस पर पूरी तरह से लगाम लग सके। उन्होंने पंचायतों को भी आहवान किया कि वे अपने गांवों में नशे जैसी कोई भी कुरूति है उसे दूर करने की दिशा में कार्य करें, यह उनका नैतिक कत्र्तव्य भी है। इसके साथ-साथ उपायुक्त ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि मोटर मार्किट अम्बाला शहर के नजदीक ट्रक ड्राईवरों द्वारा नशे जैसे गतिविधि की संभावना रहती है, इसके लिए वे वहां पर भी निरीक्षण करें और यदि कोई भी ऐसी गतिविधि है उस पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई करें। इंटर डिस्ट्रीक की जल्द ही बैठक की जायेगी और पुलिस विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि पंजाब के रास्ते में अम्बाला में जो नाके हैं वहां पर भी इस विषय को लेकर चैकिंग करें और चैकिंग के दौरान जो भी गतिविधि होती है उसकी रिपोर्ट आगामी बैठक में देना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि नशा कहां से आ रहा है और यदि पंजाब के रास्ते यदि कोई क्षेत्र है तो उसकी रिपोर्ट भी दें। मकसद नशे को जड़ से खत्म करना है क्योंकि नशा हर तरफ से हानिकारक है।
उपायुक्त ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि जिले में स्थित हुकाबार, रैस्टारैंट, क्लब, बार आदि जगहों पर समाज कल्याण विभाग द्वारा नशे की रोकथाम बारे जो पम्पलेट उपलब्ध करवाए गये हैं वे भी यहां पर चश्पा करवाएं और लोगों को जागरूक करें कि नशा हम सबके लिए हानिकारक होता है। ऐसा कार्य करके हम नशे जैसी गतिविधियों पर अंकुश लगा सकते है। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि पिछले वर्ष से अब तक एल्कोहल के साथ ओवर डोज के जो केस ओपीडी और इंडोर के तहत अस्पतालों में आए थे उसकी भी रिपोर्ट दें। इसी प्रकार एक अप्रैल 2023 से 15 मई 2023 तक पुलिस विभाग द्वारा नशे से सम्बन्धित कितनी एफआईआर दर्ज हुई हैं और कितनी डीडीआर कटी हैं उसकी रिपोर्ट भी आगामी बैठक में प्रस्तुत करें।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से उन्होंने जिले में कितने नशामुक्ति केन्द्र स्थापित हैं, उनकी क्षमता क्या है, सम्बन्धित क्षेत्रों के एसडीएम द्वारा नशामुक्ति केन्द्रों का जो दौरा किया गया है, उसकी भी जानकारी हासिल करें। उपायुक्त ने बैठक में सभी को स्पष्ट किया कि नशामुक्त भारत अभियान तभी सफल हो सकता है जब हम नशे जैसी कुरूति का खातमा करने के लिए बेहतर समन्वय के साथ कार्य करते हुए आगे बढेंगे। जिला समाज कल्याण अधिकारी निर्देश दिए कि वे जिन 10 गांवों में नशे की ज्यादा गतिविधियां है उन गांवों में पम्पलेट व अन्य गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम करें। इसके साथ-साथ उन्होंने विभाग अनुसार एंजैडे में रखे अन्य बिंदुओं बारे जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, एसीयूटी निशा, एएसपी पूजा डाबला, एसडीएम दर्शन कुमार, एसडीएम सतिन्द्र सिवाच, एसडीएम बिजेन्द्र सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी ईश्वर राठी, डा0 राजेन्द्र राय, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार, डीआईपीआरओ धर्मेन्द्र कुमार, एडवोकेट दीपक माखन, सीडीपीओ रंजिता मेहता के साथ-साथ कमेटी से सम्बन्धित सदस्यगण व अन्य मौजूद रहे
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