श्री कृपा सिद्ध दियोट परिवार ट्रस्ट द्वारा आयोजित सिद्ध बाबा बालकनाथ के कार्यक्रम में शांडिल्य बतौर मुख्यातिथि पहुंचे, शांडिल्य ने खाटू श्याम मंदिर परिसर में हजारों लोगों को संबोधित किया और कहा सनातन धर्म 2 हजार वर्ष पुराना
अम्बाला : सनातन धर्म 2 हजार वर्ष पुराना है, उसके बावजूद भी हिन्दू धर्म कमजोर है इसलिए हिन्दू समाज को एक होकर सनातन धर्म को मजबूत करना चाहिए और सनातन को मजबूत करने के लिए घर घर, गली गली, मोहल्ले मोहल्ले, नुक्कड़ तक धार्मिक प्रोग्राम होने चाहिए। उपरोक्त शब्द एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने श्री कृपा सिद्ध दियोट परिवार द्वारा आयोजित 5वां श्री सिद्ध बाबा बालकनाथ व खाटू नरेश महाराज का कार्यक्रम अम्बाला शहर के खाटू श्याम मंदिर में हजारों लोगों की मौजूदगी में कहे। वीरेश शांडिल्य का खाटू श्याम मंदिर परिसर में पहुंचने पर निर्मल कुमार मनोचा, संजीव कुमार बंसल, अर्नव मनोचा, संगीत अत्री, रूबल वालिया, संजीव अग्रवाल, राजकुमार मल्होत्रा, राहुल वालिया, शिवम भटनागर, दिव्यांशु मनोचा, एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य, गुलशन कुमार, रौनक मल्होत्रा, सुमित शर्मा, मनोज सूरी, उपेद्र शर्मा, गौरव माकन, अंशुल अग्रवाल, मोहित अग्रवाल ने जोरदार स्वागत किया। कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित अनिल चाट के मालिक अनिल भटनागर ने किया। कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर वीरेश शांडिल्य ने खाटू श्याम व बाबा बालकनाथ के समक्ष शीश नवाया।
आयोजकों ने वीरेश शांडिल्य को भगवी पगड़ी, भगवा सिरोपा व बाबा बालक नाथ का विशाल चित्र भेंट किया। कार्यक्रम में होशियारपुर से आए सोनू सैनी, सुखजिंद्र सिंह, मीत लाडला ने बाबा बालक नाथ व खाटू श्याम के सुंदर भजन गाए। इस अवसर पर वीरेश शांडिल्य ने हजारों श्रद्धालुओं को खाटू श्याम व बाबा बालक नाथ के दरबार में आने पर बधाई दी और कहा कि उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो और शांडिल्य ने अम्बाला के लिए सुख समृद्धि की और दुआ की कि देश से आतंकवाद खत्म हो। हर हाथ को काम, हर पेट को रोटी, हर सिर को छत मिले। वहीं शांडिल्य ने हजारों लोगों को भावुक कर दिया। उन्होंने कहा कि दरबार में सारे भक्त अलग अलग मन्नत मांगते हैं लेकिन वह बाबा बालक नाथ व खाट नरेश से एक ही चीज मांगते हैं कि वह 25 साल से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं। उनकी मौत आतंकवाद के खिलाफ, खालिस्तान के खिलाफ, पाकिस्तान के खिलाफ लड़ते आए और उनके खून का कतरा कतरा देश के तिरंगे व संविधान की रक्षा के लिए बहे। मंच का संचालन दीपक गांधी कर रहे थे।