अम्बाला, 14 फरवरी:-
विद्यार्थी बिना भय के पढ़े, बिना भय के परीक्षा दें, इस विषय को लेकर शिक्षा त्रिकोण कार्यक्रम का आयोजन अम्बाला शहर के विधायक असीम गोयल द्वारा अनाज मंडी अम्बाला शहर में आयोजित किया गया। मेरा आसमान एनजीओ के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में अम्बाला शहर विधानसभा क्षेत्र के 84 स्कूलों के लगभग 8 हजार बच्चों ने भाग लिया। जिनमें सरकारी और प्राईवेट स्कूलों के बच्चे शामिल हैं। शिक्षा त्रिकोण कार्यक्रम में जीवन प्रबंधन गुरू पंडित विजयशंकर मेहता ने अपने उदबोधन में विद्यार्थी- शिक्षक-पालक (अभिभावक) को पे्ररणादायी वक्तव्य के माध्यम से वन टू का फाईव फार्मूला से जीवन को किस प्रकार से साकारात्मकता के साथ नई उंचाईयों की ओर ले जा सकते हैं, इस बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
इससे पूर्व कार्यक्रम में पहुंचने पर विधायक असीम गोयल ने पंडित विजय शंकर शर्मा को फूलों का गुलदस्ता व शाल ओढाकर स्वागत किया। विधायक असीम गोयल ने भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं अम्बाला की बेटी स्वर्गीय सुषमा स्वराज जिनकी आज जयंती भी है, उन्हें नमन करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन करने का मकसद यही है कि विद्यार्थी, शिक्षक और पालक (अभिभावक) किस प्रकार से जीवन में अपनी-अपनी भूमिका के द्वारा साकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ सकते हैं। खासकर बच्चों की परवरीश कैसे हो और वे परीक्षा को बिना किसी तनाव के दें, इसके लिए शिक्षा त्रिकोण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम जीवन के नजरिये को बदलने का कार्य करेगा। विद्यार्थी अपने स्कूल से समपर्ण के नाते सीखें। अध्यापक विद्यार्थी को अपना बच्चा समझकर उसे शिक्षा दें तथा अभिभावक उसमें अच्छे संस्कार डालें, इसी उद्देश्य के साथ शिक्षा त्रिकोण कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर के महान प्रेरक वक्ता पंडित विजय शंकर मेहता ने वन टू का फाईव फार्मूले पर विस्तार से वर्णन करते हुए बताया कि वन में गुरू, टू में माता-पिता, थ्री में शरीर, मन और आत्मा, फोर में धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष, फाईव में पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु व आकाश हैं जोकि जीवन के रियल स्ट्रगल में काम आऐगी। अगर बच्चे, अभिभावक और शिक्षक इस फार्मूले को जीवन में उतारेंगे तो उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने में सहजता होगी। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में गुरू का होना बेहद जरूरी है और गुरू आपके माता-पिता, मित्र या अध्यापक भी हो सकता है। उन्होंने जापान के एक गांव की कहानी के माध्यम से गुरू के महत्व पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार से एक गुरू (सैनसूई) ने एक दिव्यांग बच्चे को जिसका कि एक बांया हाथ नहीं था, उसने उसे जुडो का चैम्पियन बना दिया था।
उन्होंने कहा कि गुरू वह है जो आपकी कमजोरी को दूर कर अच्छाई को संवारता है और जीवन में आगे बढने के लिए आपको सही राह दिखाता है। उन्होने कहा कि सबके अंदर कोई न कोई कमी होती है जिसे गुरू ही अपने ज्ञान के प्रकाश एवं सही मार्गदर्शन से दूर करने में मदद कर सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आज साईंस और टैक्नोलोजी में बहुत उन्नति कर ली है लेकिन जो वक्त बीत गया है उसे वापिस नहीं लाया जा सकता। इसलिए अपने जीवन के एक-एक पल को व्यर्थ न गवाएं और ईमानदारी और मेहनत के साथ जीवन में आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि ऐसे दोस्तों का साथ न करें जो गल्त रास्ता दिखाए, नशे की ओर अग्रसर करे, दोस्त वही बनाएं जो आपका हित चाहता हो। उन्होंने सुबह उठने के समय चार स्टैप तथा रात को सोने से पूर्व के तीन स्टैप करने की क्रिया बताई, जिससे वे तनाव रहित रहेंगे।
बॉक्स:- चार कदम शांति की ओर
जीवन प्रबंधन गुरू पंडित विजय शंकर मेहता ने चार कदम शांति की ओर, श्री हनुमान चालिसा से मैडिटेशन का कोर्स के बारे में भी जानकारी दी। सुबह उठना कैसे – शैया स्नान, नवजात, पहला कदम (ईश्वर के नाम के साथ), स्वयं से (दर्पण), रात सोने से पहले- खड़े होकर- कंपन मिटाना, निढ़ाल हो जाएं, प्राणवायु रोम-रोम में, बैठकर- भ्रामरी जैसा, त्राटक, ओंकारनाद, फिर ध्यान- आती-जाती सांस के साथ हनुमान चालिसा की चोपाईयां जोडक़र, कुछ प्रयोग- गल्त विचार रोकना, मूलधार से सहस्त्रार तक 21वीं चोपाई, राम दुआरे, बच्चों के लिए- मणिपुर चक्र पर 7वीं चोपाई-विद्यावान गुणी, पति-पत्नी- मूलाधार चक्र पर, 22वीं चोपाई-सब सुख लहै, रोग- सहस्त्रार चक्र पर 25वीं चोपाई- नासै रोग।
इससे पूर्व कार्यक्रम में मेरा आसमान एनजीओ के सचिव रितेश गोयल ने कहा कि मेरा आसमान संस्था विधायक असीम गोयल की प्रेरणा से समाजसेवा के क्षेत्र में कार्य कर रही है। संस्था द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ तथा कोरोना काल में जरूरतमंदों की राशन आदि से मदद की गई है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा ने शिक्षा त्रिकोण कार्यक्रम के आयोजन के लिए विधायक असीम गोयल व मेरा आसमान संस्था का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से बच्चों को लाभ होगा और वे बिना किसी डर एवं तनाव के अपनी परीक्षा दे पायेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से बच्चों के मन से परीक्षा का डर निकलेगा और जीवन में वे जो भी परीक्षाएं देंगे, वे बिना किसी डर के साकारात्मक सोच के साथ दे पायेंगे।
बॉक्स:- कार्यक्रम के दूसरे सत्र में पंडित विजय शंकर मेहता ने अभिभावकों व अध्यापकों का मार्गदर्शन करते हुए बच्चों की परवरीश से सम्बन्धित जरूरी बातें बताई। उन्होंने वन टू का फोर फार्मूला बताते हुए कहा कि शिक्षा, संस्कार, व्यापार (कैरियर) और परिवार के बारे में बताया। उन्होने कहा कि माता-पिता औलाद का आईना होता है। आने वाले समय में बिना पढा-लिखा व्यक्ति ज्यादा नहीं कमा पायेगा, इसलिए हमे अपने बच्चों को बैस्ट शिक्षा देनी है। उन्होने कहा कि बच्चों को सोने से पहले किसी भी मंत्र का उच्चारण करने के लिए प्रेरित करें, इससे बच्चों में साकारात्मकता आयेगी।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व गेल की पूर्व निदेशक बंतो कटारिया, मेरा आसमान संस्था के सचिव रितेश गोयल, भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज के भाई डा0 गुलशन शर्मा, हरियाणा प्रोग्रैसिव स्कूल कॉन्फ्रैंस के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रशांत मुजांल तथा प्रवक्ता सौरभ कपूर, सुंदर ढींगरा, सीए रोहित गुप्ता, राज सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता व पार्षद मौजूद रहे।

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