अम्बाला :- 13 फ़रवरी
दिनांक 12 फरवरी को विद्यालय में कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए आशीर्वाद समारोह व दिनांक 13 फरवरी को विद्यालय में आर्य समाज के नियमों की प्रतियोगिता महर्षि दयानंद का स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका पर एक विशेष लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।
विद्यालय प्राचार्य डॉक्टर राधारमण सूरी ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरा विश्व इस समय महर्षि दयानंद का यह 200 वीं वर्षगांठ पूरे हर्षोल्लास से मना रहा है । और इसी अवसर पर हर डीएवी शिक्षण संस्थान का भवन भव्य रोशनी से जगमग आ रहा है। उन्होंने बताया कि 12 फरवरी को रविवार को देखते हुए कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए महर्षि दयानंद की जयंती को आशीर्वाद कार्यक्रम के रूप में मनाया गया। जिसमें वैदिक हवन यज्ञ के मंत्रों द्वारा महर्षि के कार्यों को नमन किया गया ।
पूरे कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कार्यक्रम की कोऑर्डिनेटर श्रीमती गौरी वंदना ने बताया कि 13 फरवरी को विद्यालय में महर्षि दयानंद की स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका पर एक लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। जिसमें लगभग 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया। और इसी के साथ ही कक्षा पांचवीं से सातवीं तक के विद्यार्थियों के लिए आर्य समाज के नियमों की प्रतियोगिता करवाई गई। जिसमें लगभग 400 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के विजेताओं को पारितोष स्वरूप स्वरूप पुस्तकें भेंट की गई। इस कार्यक्रम में एन आई एस ए के प्रेसिडेंट श्री कुलभूषण जी मुख्य अतिथि के रूप में विद्यमान रहे। श्री कुलभूषण जी ने महर्षि के जीवन की विशेष घटनाओं को बताते हुए विद्यार्थियों को महर्षि दयानंद जी की शिक्षाओं को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से उनके गुणों को धारण करने का आवाहन किया। मुख्य अतिथि श्री कुलभूषण जी के कर कमलों द्वारा लघु नाटिका के हर पात्र को उपहार स्वरूप पुस्तकें भेंट की गई।
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