आज पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल के ऑडिटोरियम में नर्सरी विंग के बच्चों द्वारा बेबी शो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में 400 से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ इ-लाइटनिंग व डीएवी गान से किया गया।
स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. विकास कोहली ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना की तथा महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200 वीं जयंती पर सभी को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने स्वामी जी के बारे में बताया कि वह एक सुधारक थे, जिनका भारत पर गहन प्रभाव पड़ा। महर्षि दयानंद सरस्वती जी जातिवाद सिस्टम की निंदा करते थे। वह आदमी औरत के समान अधिकार को प्रोत्साहित करते थे। पहला डीएवी स्कूल 1886 में महर्षि दयानंद सरस्वती जी की कल्पना को पूरा करने के लिए खोला गया। तबसे पूरे विश्व में डीएवी संस्था काम कर रही है। वह उनकी विचारधारा का प्रचार प्रसार कर रही है। उन्होंने बच्चों को महर्षि दयानंद सरस्वती जी के पद चिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में आए मेहमानों व अभिभावकों का स्वागत वेलकम सॉन्ग से किया गया। बच्चों ने बहुत आदर भाव से सभी का स्वागत किया व अपनी सुंदर डांस प्रस्तुति दी। छोटे-छोटे नर्सरी के बच्चों ने “सपने रे सपने” सॉन्ग पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। इसमें बच्चे अपनी कल्पना में गुम अपने सपने पूरे होने का आगाज कर रहे थे। सभी ने तालियों से नन्हे-मुन्ने बच्चों का जोश बढ़ाया। बच्चों ने टैंगो डांस प्रस्तुत किया ,जिसमें बच्चों ने इंग्लिश सॉन्ग पर वेस्टर्न डांस प्रस्तुत किया। बच्चों का जोश व उत्साह देखते ही बनता था। बच्चों ने स्केट्स पहनकर सुंदर प्रस्तुति दी। उन्होंने अलग-अलग स्टंट दिखाएं, जिसे देख अभिभावक अति प्रसन्न हो गए तथा तालियों के साथ उनका उत्साह बढ़ाया। बच्चों ने मैसम डांस की प्रस्तुति दी ,जिसमें बच्चों ने इंग्लिश में पंजाबी मिक्स सोंग पर डांस प्रस्तुत किया जो कि बहुत ही मस्ती भरा था। छोटे-छोटे बच्चों ने मॉडलिंग में अपने अपने स्टाइल से सभी का मन मोह लिया। इसमें बच्चे बहुत ही सुंदर व आकर्षक लग रहे थे। इसके बाद बच्चों ने अरेबियन डांस प्रस्तुत करके सबका मन मोह लिया। बच्चों के डांस मूवमेंट देखकर सभी बहुत उत्साहित हुए कार्यक्रम में नन्हे नन्हे बच्चों ने कव्वाली के माध्यम से आजकल माता-पिता, टीचर्स व बच्चों के आपसी संबंधों को दर्शाया गया जो कि दिल को छूने वाली प्रस्तुति थी।
स्कूल में पूरे वर्ष अलग-अलग प्रतियोगिताएं कराई गई ,जिसमें विजेता रहे बच्चों को स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. विकास कोहली व कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जस्टिस अरुण डाबला ने बधाई दी तथा उन्होंने विजेता बच्चों को पुरस्कार के रूप में ट्रॉफी दी,जिसे पाकर बच्चे बहुत ही उत्साहित और खुश हुए। इस कार्यक्रम में 100 बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने बच्चों को हमेशा हंसते मुस्कुराते रहने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने अभिभावकों का भी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।