अम्बाला, 11 मई
उपायुक्त डा0 शालीन ने वीरवार को कैंप कार्यालय में जिला पंचायती राज, शिक्षा विभाग, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग व मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी के साथ एक बैठक लेते हुए जो सरकार की महत्वकांक्षी योजनाएं चल रही हैं उस बारे समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उपायुक्त डा0 शालीन ने जिला पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता से अमृत सरोवर के तहत तालाबों का जो जीर्णोद्धार किया जा रहा है उसकी जानकारी हासिल करने के उपरांत उन्हें गांव तेपला, गांव बेगोमाजरा व गांव पंजोखरा साहिब में तालाबों के जीर्णोद्धार का जो कार्य किया जा रहा है वहां पर तालाबों में बोटिंग की व्यवस्था की रूपरेखा बनाएं ताकि इस कार्य के होने से वहां तथा आस पास के लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्य के दृष्टिगत जो भी व्यक्ति बोटिंग की व्यवस्था करना चाहता है, उसकी टैंडर प्रक्रिया करें और उसमें सम्बन्धित व्यक्ति के साथ-साथ पंचायत को जो भी राशि प्राप्त होगी उसका विवरण टैंडर प्रक्रिया में हो। इसके साथ-साथ तालाबों व बोटिंग व्यवस्था के दृष्टिगत मैंटेनैस का कार्य भी टैंडर प्रक्रिया में दर्शाया जाए। इस कार्य के होने से आस-पास के लोगों को बोटिंग की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर जहां हर ब्लॉक में एक गांव में यह सुविधा उपलब्ध हो सके, इसके तहत कार्य करना है। उसी प्रकार शहरी क्षेत्र में भी गांव घेल खुर्द व निहारसा में तैयार हो चुके तालाबों में बोटिंग की सुविधा के दृष्टिगत कार्य करना है। मकसद तालाबों का जीर्णोद्धार के साथ बोटिंग सुविधा होने उपरांत गांवों के लोगों को भी बोटिंग सुविधा गांव में ही मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि प्रारम्भिक चरण में इस कार्य को करना है। इसके साथ-साथ उपायुक्त ने इन गांवों में तालाबों के किनारों पर छायादार पौधे लगाने बारे भी चर्चा की और इस कार्य को भी बेहतर समन्वय के साथ करने बारे कहा।
फलैगशिप कार्यक्रम के तहत शिक्षा विभाग द्वारा क्रियान्वित डयूल डैस्क प्रोग्राम, मॉडल संस्कृति स्कूल, ई-अधिगम टैबलेट बारे भी समीक्षा की गई। जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार ने उपायुक्त को बताया कि डयूल डैस्क प्रोग्राम के तहत पायलट प्रोजैक्ट के रूप में अम्बाला ब्लॉक वन को लिया गया था और इसके तहत पहली कक्षा से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए डैस्क उपलब्ध करवाने का काम किया गया है। जिले में 8 मॉडल संस्कृति स्कूल हैं जिसमें सीबीएससी पैट्रन को जोड़ा गया है। ई-अधिगम पोर्टल के तहत जिले में लगभग 21500 विद्यार्थियों को टैबलेट उपलब्ध करवाए गये हैं।
स्वास्थ्य विभाग के तहत निरोगी प्रोग्राम के बारे में भी उपायुक्त ने समीक्षा की। डा0 अलकनंदा ने उपायुक्त को बताया कि इस प्रोग्राम के तहत अंत्योदय श्रेणी में आने वाले व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। पीपीपी के माध्यम से इस कार्य को किया जा रहा है। आंगनवाड़ी, उद्योगों में, अस्पतालों में तथा अंत्योदय मेेले में भी शिविरों के माध्यम से इस कार्य को बेहतर तरीके से किया जा रहा है। उपायुक्त ने समीक्षा के दौरान सम्बन्धित सभी को कहा कि हमें बेहतर समन्वय के साथ सरकार की जो महत्वकांक्षी योजनाएं एवं कार्यक्रम हैं, आमजन को इनका सुगमता से लाभ मिले इसके दृष्टिगत बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा, कार्यकारी अभियंता पंचायती राज नवदीप आनंद, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी आशीष, डा0 अलकनंदा, डा0 सुखप्रीत के साथ-साथ अन्य मौजूद रहे
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