*अम्बाला में करोड़ों का विकास नहीं भ्रष्टाचार हुआ : चित्रा सरवारा*
*पैसा व समय तीन गुणा बढ़ा, लेकिन प्रोजेक्टस आज भी अधूरे : चित्रा सरवारा*
*प्रदेश के लोगों ने सभी पार्टियों को मौका दिया, इस बार बदलाव के लिए तैयार है जनता: चित्रा सरवारा*
*सीएम खट्टर ने 1770 घोषणाएं की, इनमें से 1500 से ज्यादा अधूरी पड़ी : निर्मल सिंह*
*अंबाला, 16 दिसंबर*
अम्बाला छावनी:- आम आदमी पार्टी की 10 दिवसीय प्रदेश स्तरीय बदलाव यात्रा के दूसरे दिन आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सह सचिव निर्मल सिंह व आप प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा की अध्यक्षता में अम्बाला छावनी में बदलाव यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा अम्बाला छावनी के फुटबाल स्टेडियम से शुरू होकर बब्याल राजपूत धर्मशाला पर समाप्त हुई यात्रा का मुख्य बाजारों में बहुत धूमधाम से अनेको लोगो व संस्थाओं में फूल मालाओं के साथ स्वागत भी किया। इस अवसर पर निर्मल सिंह ने कहा की आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा को पूरे प्रदेश से भरपूर समर्थन मिल रहा है। इस बदलाव की मुहिम आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने 10 साल पहले छेड़ी थी कि सत्ता को बदल कर ही आम जनता की आवाज को उठाया जा सकता है। उन्होंने सत्ता के माध्यम से व्यवस्था को बदला और आज विदेशों तक इसकी चर्चा है। इसके बाद पंजाब के लोगों ने आम आदमी पार्टी पर विश्वास जताया और आज आम आदमी पार्टी की ओर से जमीन पर लोगों के लिए काम करवाया जा रहे है। इस कारण हम कह सकते हैं कि यदि सच्ची नियत, निष्ठा और देशभक्ति हो तो देश के लोगों की सेवा की जा सकती है। उसी व्यवस्था परिवर्तन के लिए जाए पूरे हरियाणा में बदलाव यात्रा निकाली जा रही है।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बने लगभग 9 वर्ष से ज्यादा होने को जा रहे हैं, लेकिन अम्बाला छावनी में कथित लाखों-करोड़ों रुपए लगने के बाद भी लोगों के चलने के लिए अच्छी सड़क नही दे पाई। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले सरकार की तरफ से बयान आया, 44 करोड से सड़कें बनाई जाएंगी। कहीं, स्टेडियम की तरह 44 करोड की सड़के भी घोटाले की भेंट न चढ़ जाएं। उन्होंने कहा कि डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर नहीं दिख रही। अम्बाला छावनी के सिविल हॉस्पिटल में आज भी एसडीपी मशीन नहीं है। जिस कारण डेंगू के मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में लूटना पड़ रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, अम्बाला छावनी एक भी का प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ। पैसा व समय तीन गुणा बढ़ने के बावजूद सभी प्रोजेक्टस आज भी अधूरे पड़े हैं। बैंक स्केयर, अग्निशमन विभाग की बिल्डिंग, डॉक्टर क्वाटर, स्टेडियम, शहीदी स्मारक और आर्यभट्ट सेंटर सब अधूरा पड़ा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों ने सभी पार्टियों को मौका दिया है, लेकिन प्रदेश के लोग उनसे संतुष्ट नहीं हैं और इस बार बदलाव के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था में हरियाणा सबसे निचले पायदान पर है। महिलाओं की सबसे असुरक्षित वाली सूची में हरियाणा दूसरे नंबर पर है, रेप के मामलों में हरियाणा पूरे देश में दूसरे नंबर पर है, हत्याओं की बात करें तो दूसरे नंबर पर है, किडनैपिंग में नंबर तीन पर है और यूपी भी हरियाणा से पीछे है। इसके अलावा आज के समय में हरियाणा बेरोजगारी में नंबर वन है, 33% युवा काम नहीं कर रहा या पढ़ ही नहीं रहा, हर तीन में से एक युवा दिशाहिन है और युवा अपनी जमीन को बेचकर विदेशों की तरफ पलायन करने को मजबूर हैं।
निर्मल सिंह ने कहा की आज प्रदेश का किसान परेशान है। खाद की लाइन में खड़े खड़े अपनी जान गवा रहे हैं लेकिन खाद नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि विधानसभा के आंकड़े बताते हैं कि सीएम खट्टर ने 1770 घोषणाएं की हैं लेकिन उनमें से मुश्किल से 270 ही पूरी हो पाई हैं। 1500 से ज्यादा घोषणाएं आज भी अधूरी पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि यदि एक महिला कोच भाजपा सरकार के मंत्री पर यौन उत्पीड़ने के आरोप लगाती है और इंसाफ की गुहार लगाती है तो पूरा भाजपा का सत्ता पक्ष मंत्री को बचाने में लगा जाता है। इसके अलावा प्रिंसिपल पर छात्राओं से छेड़छाड का आरोप लगता है और भाजपा सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती।
उन्होंने कहा कि चरखी दादरी के सबसे बड़े सिविल अस्पताल में बिजली नहीं है। आज हरियाणा में मोबाइल फोन टॉर्च की लाइट में महिला की डिलिवरी हो रही है। महिलाएं और महिलाओं के मुद्द इस सरकार की प्राथमिकता में नहीं हैं। इसके अलावा प्रदेश के लोग बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। एक तरफ पंजाब का बिजली विभाग 1550 करोड़ के घाटे में चल रहा था, आज आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद 550 करोड़ के मुनाफे में चल रहा है। उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर के राज में प्रदेश का हर वर्ग हड़ताल पर है। इन सब मुद्दों में लेकर हरियाणा में बदलाव यात्रा निकाली जा रही है। आम आदमी पार्टी ने पहले दिल्ली को बदला फिर पंजाब को अब हरियाणा की बारी है