नशे के कारण और निवारण, नशा क्यों नहीं करना चाहिए, नशे के दुष्प्रभाव, परिवार, समाज और राष्ट्र पर प्रभावों से कराया परिचित
अम्बाला। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह आईपीएस साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक श्री शशांक कुमार सावन, आईपीएस, कुमारी निकिता खट्टर, आईपीएस और श्री अनिल कुमार साहब के आदेशानुसार नशा मुक्त हरियाणा अभियान को सार्थक करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में आज राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बराड़ा में नशे के विरुद्ध एक दिवसीय 67वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा द्वारा आयोजित किया गया। विद्यालय के प्राचार्य राजबीर सिंह की उपस्थिति में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। साइकिल पर गाँव गाँव जाकर नशे के विरुद्ध प्रचार प्रसार में जुटे ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि ब्यूरो हरियाणा के प्रत्येक नागरिक तक यह सन्देश देना चाहती है कि नशे के व्यापार में संलिप्त किसी भी अपराधी को अब नहीं छोड़ा जाएगा। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कड़े संज्ञान लिए जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा में वर्ष 2022 में 75 नशा तस्करों की संपत्तियों पर पीला पंजा चलाया गया था और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया था। अब भी अनेक नशा तस्करों की सूचियां बनाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के साथ साथ नशे में ग्रस्त हो चुके लोगों को निशुल्क उपचार कराया जा रहा है। लोगों को नशे जैसी बुराई से दूर रहने के लिए जागरूक करना ब्यूरो का अन्य महत्वपूर्ण कार्य है। उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने विस्तार पूर्वक नशे की परिभाषा, नशे के रूप, नशे के कारण और निवारण, नशा क्यों नहीं करना चाहिए, नशे के दुष्प्रभाव, परिवार, समाज और राष्ट्र पर प्रभावों का विस्तारपूर्वक वर्णन किया। उन्होंने बताया कि नशे की लत एक चक्रव्यूह के समान है जिसमें से निकलने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति और संकल्प की आवश्यकता है। उन्होंने ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 9050891508 पर गुप्त सूचनाएं देने के लिए प्रेरित किया और कहा कि नशा छोड़ने वाले इस पर सम्पर्क करें। प्रतिबंधित नशों पर प्रहार करते हुए बताया कि अफीम चरस चिट्टा स्मैक नशीली गोलियां नशे के टीके एलएसडी आदि पूर्ण रूप से प्रतिबंधित हैं। उन्होंने बताया कि अधिकतर ड्रग्स विदेशों से भारत में प्रवेश करती है जिसे निरतर पकड़ा जाता है तथापि नशा भारत में आ रहा है। हरियाणा सरकार द्वारा एनसीबी हरियाणा का गठन इस उद्देश्य से किया गया है ताकि हरियाणा नशा मुक्त हो सके। उन्होंने विभिन्न कविताओं और गायन के माध्यम से विद्यार्थियों को नशा मुक्त हरियाणा में सहभागिता करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के समापन पर विद्यार्थियों से शपथ ग्रहण करवाई गई कि वे जीवन में किसी प्रकार का नशा नहीं करेंगे। जागरूकता कार्यक्रम में 1100 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में समाजसेवी धर्मराज विशेष रूप से उपस्थित रहे और विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों से परिचित कराया।