चंडीगढ़, 24 मार्च– हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने शिक्षण संस्थाओं का आहवान किया कि वे विद्यार्थियों को नई टेक्नोलॉजी आधारित साधनों का प्रयोग कर गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध करवाएं ताकि युवाओं को विश्वस्तर पर रोजगार के नए अवसर प्राप्त हों ।
राज्यपाल आज फरीदाबाद स्थित लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड-टु-बी) यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज लड़कियां हर क्षेत्र में लडकों से आगे हैं और लड़कियों के आगे बढ़ने से सम्पूर्ण राष्ट्र आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को चाहिए कि वे विद्यार्थियों को सूचना एवं प्रौद्योगिकी से सम्बन्धित अत्याधुनिक विषयों की शिक्षा दें कि वें विश्वस्तर पर अपनी पहचान बना सकें और देश को मिलने वाली हर प्रकार की चुनौतियों का सामना कर सकें।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि विश्वविद्यालय के ऐसे दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों के जीवन के ऐतिहासिक क्षण होते हैं, जो कि आजीवन उनके स्मृति पटल पर विद्यमान रहते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करके नौकरी ढूंढने वाले न बनकर नौकरी देने वाले बनें। विद्यार्थी हमेशा अपनी जड़ों से जुड़े रहें तथा अपनी मातृ भूमि एवं मातृ भाषा का सम्मान करें।
राज्यपाल ने इस दौरान विश्वविद्यालय के 750 छात्रों को डिग्रियां भेंट की। जिनमें से 261 छात्राओं और 489 छात्रों ने डिग्रियां प्राप्त की। इनमें 85 विद्यार्थियों को डिप्लोमा, 545 स्नातक व 103 स्नात्तकोत्तर विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। इस दौरान 17 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। युवा देश के स्वतंत्रता संग्राम में वीरों व क्रांतिकारियों द्वारा किए गए संघर्ष के इतिहास को पढ़ें तथा जन-जन तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा शिक्षा नीति में बदलाव करते हुए नई शिक्षा नीति लागू की जा रही है। नई शिक्षा नीति रोजगार उन्मुखी है। हरियाणा में इस नई शिक्षा नीति को 2025 तक लागू कर दिया जाएगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर दीक्षांत समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनिरिंग की छात्रा नैनू वधवा को चांसलर टेक्निकल गोल्ड अवार्ड तथा स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट की छात्रा दीक्षा को चांसलर नान गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया। जबकि 23 अन्य छात्रों को वाइस चांसलर गोल्ड अवार्ड व 6 छात्र-छात्राओं को वाइस चांसलर सिल्वर अवार्ड दिया गया। इसके अलावा स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसिस डिपार्टमेंट की छात्रा विभा प्रकाश को हरिशंकर अवार्ड से नवाजा गया।
विद्यापीठ के चांसलर डा. पिचेश्वर गड्डे ने राज्यपाल व अन्य अतिथियों का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इसके अलावा वाइस चांसलर प्रो डॉ. अरविंद अग्रवाल ने संस्थान में चल रही शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर प्रो वाइस चांसलर अकादमिक प्रो. जसकिरण कौर, रजिस्ट्रार प्रेम कुमार सालवान तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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