संघषों की बुनियाद पर लिखी जाती है उपलब्धियों की अनुसरणीय और प्रेरक गौरव गाथा–लोगों के दरवाजे और दहलीज तक सेवाएं और सुविधाएं पहुचाना हमारा मुख्य उदेश्य–कईं बड़े प्रोजैक्ट शीघ्र ही होंगे लोकार्पित और शहर को प्रदान करेंगे और बेहतर सौंदर्यकरण:- गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज।
अम्बाला 20 जून:- गृह, शहरी स्थानीय निकाय एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि लोगों के दरवाजे और दहलीज तक सेवाएं और सुविधाएं पंहुचाना हमारा मुख्य लक्ष्य है और हम इस दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। कोरोना काल में जहां बैडों की व्यवस्था, मैडिसीन की किटों का वितरण या फिर टैस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमैंट के कार्य हों, डयूटी पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी मेहनत के साथ कार्यों को आगे बढ़ाने का काम किया है। सभी विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए बेहतर कार्य करें, इसके लिये समय-समय पर निर्देश दिये जाते रहे हैं। विज अपने निवास स्थान पर सम्बन्धित विषय को लेकर बात कर रहे थे।
विज ने कहा कि मेहनत और संघर्ष के साथ किये गये काम अच्छा परिणाम देते हैं। चूंकि संघर्षों की बुनियाद पर ही उपलब्धियों की अनुकरणीय और प्रेरक गाथा लिखी जाती है। कोरोना काल में कईं ऐसे कोरोना योद्घा हैं जिन्होंने सेवा और सुविधाओं के क्षेत्र में नये अध्यायों का सूत्रपात किया है। दिन-रात मेहनत करके उन्होंने प्रेरणा की नई नींव डाली है और अन्य ने भी उनसे प्रेरणा लेकर बेहतर काम किया है। उनकी सेवा भावना और सोच दर्शाती है कि वे जरूरत पडऩे पर अपेक्षाकृत अधिक काम करने का मादा रखते हैं। हमें सेवा की सोच को लेकर आगे बढ़ते हुए कोरोना को धराशाई करना है, बेशक कोरोना की चेन टूट रही है लेकिन हमें सावधान और सतर्क रहकर जारी निर्देशों की पालना करनी है।
उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे कोरोना की चेन टूट रही है, वैसे-वैसे विकास कार्य भी पूरे शिखर पर चल रहे हैं। अम्बाला छावनी की बात करें तो शहीद स्मारक, फुटबाल स्टेडियम, पार्किंग व्यवस्था, अंडर पास, आर्यभट्टï साईंस सेंटर, अम्बाला छावनी से साहा तक बनाई जा रही सडक़, शास्त्री कालोनी से बोह-बब्याल ड्रेन तक पानी की निकासी, छावनी में सफाई व्यवस्था, लघु सचिवालय, रिंग रोड, बैंक स्क्वेयर इत्यादि ऐसे कार्य हैं, जो आने वाले समय में छावनी क्षेत्र को और बेहतर सौंदर्यकरण प्रदान करेंगे। इनमें कईं प्रोजैक्ट तो ऐसे हैं, जो आगामी कुछ महीनों में ही लोकार्पित हो जायेंगे।
संघषों की बुनियाद पर लिखी जाती है उपलब्धियों की अनुसरणीय और प्रेरक गौरव गाथा–
