अम्बाला , 15 मार्च ( सुमन भटनागर ) – एक आम आदमी की तरह जिन्दगी की शुरुआत कर के गृहमंत्री के अहम पद तक पहुंचे अनिल विज आज उम्र के पड़ाव के 69 साल पूरे करके सातवे दशक में पहुँच गए हैं | अम्बाला ही नहीं हरियाणा भर से सैकड़ों लोग जन्मदिन की बधाई देने के लिए अम्बाला छावनी के उनके उस पुश्तैनी घर में पहुंचे जहाँ मंत्री बनने के बाद भी पिछले 7 सालों से वह अपने भाइयों के साथ रह रहे हैं | हालंकि सरकार ने उन्हें केबिनेट मंत्री के नाते चंडीगढ़ में कई बार सरकारी कोठी की ऑफर दी लेकिन वह अपनी उस सियासी जमीन को छोड़ने को तैयार नहीं हुए जिसने उन्हें इतना बड़ा रूतबा बख्शा | आज भी एक डेली पेसेंजर की तरह वह हर रोज चंडीगढ़ आते जाते हैं |
आज सुबह से ही उन्हें बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया | लोगो ने ने गुलदस्ते देकर उन्हें बधाई दी | कुछ लोग नोटों के हार व कीमती उपहार लेकर भी पहुंचे लेकिन विज ने लेने से साफ़ मना कर दिया | उनका कहना था कि कुदरती फूलों और शुभ कामनाओं से से बेहतर और कोई उपहार नहीं हो सकता | बधाई देने आये कुछ बुजुर्गों के पैर छूकर विज ने उनसे आशीर्वाद भी लिया |
विज के जन्मदिन को मानाने के लिए आज अम्बाला छावनी के बाजारों व मोहल्लों में 51 जगह भंडारे लगाए गए | कुछ जगह पार्टी कार्यकर्ताओं तो कुछ जगह बाजार के लोगों ने यह आयोजन किया | विज खुद सदर बाजार के टी प्वाइंट पर लगाए गए भंडारे में पहुंचे जहाँ आने जाने वाले लोगों को खीर बांटी गयी | इस टी प्वाइंट पर विज पिछले कई दशकों से सुबह एक घंटा दोस्तों व समर्थकों के साथ चाय की चुस्कियों के बीच गुजारते हैं |
विज ने इस मौके पर कहा कि उनका जीवन लोगों के लिए समर्पित है | उनका कहना था कि 1990 में जब वह बैंक की नौकरी छोड़ कर पहली बार अम्बाला छावनी से विधायक बने तब ही मैंने तय किया था कि राजनीति का इस्तेमाल किसी पेशे की तरह नहीं बल्कि एक सेवा के तरह करूंगा |उन्होंने कहा कि जीवन में साद्गी और शालीनता से बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है , मैं आज जहाँ पहुंचा हूँ वह मेरी साफगोई और ईमानदारी की ही देन है | उन्होंने कहा कि जब तक मेरी साँसे चलती रहेंगी मैं जनता की सेवा करता रहूँगा |